दूर इक शहर में जब कोई भटकता बादल मेरी जलती हुई बस्ती की तरफ़ जाएगा कितनी हसरत से उसे देखेंगी प्यासी आँखें और वो वक़्त की मानिंद गुज़र जाएगा..!!
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